मंडलायुक्त के निर्देश पर, मुख्य कार्यपालक अधिकारी अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद ने मंडलायुक्त सभागार में कार्यशाला का किया गया आयोजन।
अयोध्या।
अयोध्या जिले के मण्डलायुक्त श्री गौरव दयाल के निर्देश पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद श्री संतोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में उ०प्र० ग्रामीण पर्यटन द्वारा 18वां विश्व कृषि पर्यटन दिवस पर कार्यशाला का आयोजन मण्डलायुक्त सभागर में आयोजित किया गया, जिसमें ग्रामीण पर्यटन योजना अन्तर्गत अयोध्या जनपद से चयनित 05 ग्राम पंचायतों क्रमाशः ग्राम पंचायत अबनपुर सरोहा,वि०ख० मसौधा,ग्राम पंचायत गौरागयास पुर,वि०ख० तारुन,ग्राम पंचायत रामपुरवा,वि०स० वि०ख० मिल्कीपुर,ग्राम पंचायत सेरवाघाट,वि०ख० मायाबाजार,ग्राम पंचायत नगवाडीह,वि०ख० मवई के ग्राम प्रधान,सचिव सहित उक्त ग्राम पंचायतों के होमस्टे/फार्मस्टे के स्वामी द्वारा प्रतिभाग किया गया है।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद श्री संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है जहां कृषि के साथ-साथ ग्रामीण पर्यटन की असीम संभावनाएँ है। किसानों की आय बढ़ाने में पर्यटन का बहुत बड़ा योगदान हो सकता है। अयोध्या में राम जन्मभूमि एवं धार्मिक स्थलों के कारण बड़ी संख्या में पर्यटक आते है यदि ऐसे स्थानों के निकटतम व रास्तों में कृषि और ग्रामीण के स्थल एग्रोफार्म स्टे के रूप में उपलब्ध हो तो लोग निश्चित रूप से न केवल जायेंगें बल्कि ठहरेंगें भी जिससे गांव के लोगो का कृषि एवं पर्यटन से जुड़े लोगो को रोजगार मिलेगा, बल्कि स्थानी उत्पाद तैयार करने वाले लोगो का भी आय बढ़ेगा।
उन्होंने बताया कि अयोध्या में प्रति दिवस दो से पांच लाख पर्यटक आ रहे है यदि हम उन्हे ग्रामीण पर्यटन व कृषि पर्यटन के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों जैसे किसी विशेष फल या सब्जी का तैयार करना व प्रयोग आदि के बारे में अनुभव कराएँ जैसा कि मथुरा में तुलसी के पौधे पर एक गांव कार्य कर रहा है तो गावों को आय के साथ-साथ पर्यटन आकर्षण का केन्द्र अयोध्या पौराणिक एवं धार्मिक मान्यताओं के साथ-साथ जलवायु में भी समृद्ध है जहां हर प्रकार की खेती की जाती है। ऐसे में यदि हम गावों में फार्मस्टे तैयार करें तथा उसमें जैविक खेती एवं गौ पालन पर कार्य करें, तो यह पर्यटन आकर्षण का बिन्दु होगा तथा जो पर्यटन शहरी परिवेश से श्रीरामलला के दर्शन करने के उद्देश्य से आया है यह इन फार्मस्टे में समय बिता कृषि एवं प्रकृति का आन्नद ले सकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित अयोध्या जिला विकास अधिकारी श्री महेन्द्र देव ने बताया है कि वर्तमान समय में कृषि और ग्रामीण पर्यटन में बहुत अधिक सभावनायें है क्योंकि शहरों में रहने वाले लोग गांव घूमना पसंद करते है वहां की जीवन शैली देखना चाहते है शहरों में रहने वाली नयी पीढ़ी केवल किताबों में ही पढ़ रहे है। ऐसे में जमीनी हकीकत देखने के लिऐ पर्यटक गांव की तरफ आकर्षित हो रहे है। पर्यटन में वृद्धि के लिए जरूरी है कि हम पर्यटकों की वस्तुस्थिति से भी परिचित हो। इस दौर में अपने मनरेगा के लम्बे अनुभवों को भी साझा किया।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे कार्यक्रम प्रबंधन शशिभूषण सिंह द्वारा ग्रामीण पर्यटन एवं कृषि पर्यटन की अवधारणा को विस्तारपूर्वक प्रतिभागीय के समक्ष प्रस्तुत किया गया तथा चयनित ग्राम पंचायतो में ग्रामीण होम स्टे विकसित करने के साथ-साथ बेहतर सुविधा उपलब्ध कराये जाने तथा जनपद में विभिन्न स्थलों पर उत्कृष्ट कृषि पर्यटन हेतु फार्मस्टे विकसित किये जाने हेतु लोगों को प्रोत्साहित किया गया तथा पर्यटन नीति-2022 में दिये गये प्राविधानों के अनुरूप फार्मस्टे पर सब्सिडी की योजना को भी विस्तार से बताया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आयोजक आधारशिला संस्थान, लखनऊ के प्रमुख श्री कामेश्वर भारती द्वारा सभी ने पर्यटकों हेतु विभिन्न आकर्षक जैसे विभिन्न ऐतिहासिक वन्य जीव पर्यटन सांस्कृतिक, पौराणिक स्थल गांव में उपस्थित है जहा ग्रामीण पर्यटन के साथ ही कृषि पर्यटन का आनन्द पर्यटक ले सकते है आवश्यक है कि गांव को पर्यटन गांव के रूप में विकसित किया जाये जो स्थानीय भ्रमण, स्थानीय व्यजन, लोकगीत नृत्य स्थानीय सांस्कृतिक एवं परम्पराओ का अनुभव प्रदान करेंग को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये आने वाले भविष्य में अयोध्या में कृषि पर्यटन में प्रदेश में अग्रिम स्थान दिलाने का संकल्प लिया गया।