दो हजार रुपये के लिए अपना खून बेच रहा था युवक, पकड़ा गया तो बताई पूरी कहानी।
अयोध्या।
अयोध्या जिले के राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज दर्शननगर के ब्लड बैंक में रुपए लेकर अपना खून देने गया व्यक्ति पकड़ा गया है। उसको साथ लेकर आने वाले दलाल को भी मेडिकल कालेज कर्मियों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है, जबकि अभी एक मुख्य दलाल फरार है।
ब्लड बैंक के विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस को तहरीर भेजी है। उन्होंने मानवता दिखाते हुए गर्भवती के ऑपरेशन के लिए ब्लड बैंक की तरफ से एक यूनिट रक्त बगैर डोनर उपलब्ध कराया। 40 वर्षीय ताराजहां को प्रसव के लिए केयर हास्पिटल में स्वजनों ने भर्ती करवाया था। चिकित्सक ने एनीमिया की समस्या होने की वजह से उनके पति दिलशाद अहमद को एक यूनिट रक्त की व्यवस्था करने के लिए कहा था।
आरोप है कि दिलशाद रक्त की व्यवस्था में लगे थे, इसी दौरान उनको हाशिम नाम का दलाल मिल गया जिसने उनसे 55 सौ रुपये लेकर अपने साथी मुबारकपुर उमरनी निवासी अनुपम कुमार के सहयोग से मोदहा के किशनलाल को रक्त देने पर दो हजार रुपए देने का लालच दिया। उसके बाद तीनों लोग सुबह मेडिकल कालेज के ब्लड बैंक पहुंच गए। ब्लड बैंक में डॉ. रणविजय सिंह की तरफ से लिखा पढ़ी की प्रक्रिया आरंभ करने के दौरान अंगूठा स्कैन किया गया तो तीन माह के अंदर किशनलाल की तरफ से ब्लड डोनेट करने की बात सामने आ गई। इसकी जानकारी विभागाध्यक्ष डॉ. डीके सिंह को दी गई तो उन्होंने पूछताछ की तो किशनलाल ने सारी सच्चाई बता दी।
डॉ. डीके सिंह ने बताया कि मौके से अनुपम कुमार व किशनलाल को पकड़ लिया गया लेकिन हाशिम भाग निकला। इसकी जानकारी दर्शननगर पुलिस पुलिस चौकी को दी गयी और पुलिस के पहुंचने पर उनके हवाले कर दिया गया। तीनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहरीर भी पुलिस चौकी दर्शननगर में दी गई है।