🔶️ अयोध्या में एक ऐसा भी स्कूल जहाँ नौनिहालों को पढ़ाई की जगह उनसे करवाया जा रहा शौचालय की सफाई
🔶️ परिजन की शिकायत पर भड़क गई अध्यापिका बच्चे का नाम काटा व दिया प्रधानमंत्री मोदी का हवाला
🔶️ अध्यापिका ने कहा अगर देश का प्रधानमंत्री झाड़ू लगा सकतें है तो बच्चे क्यों नही
रौनाही, अयोध्या
- ग्राम सभा पिलखांवा के एक विद्यालय की शिक्षिका पर अपने ही विद्यालय के शिष्य जो देश के भविष्य हैं उन्हीं से शौचालय साफ करवाने का एक मामला प्रकाश में आया है। जिसकी शिकायत पिलखांवा निवासी पीड़ित छात्रों के पिता राज कुमार ने 16 जुलाई मंगलवार को रूदौली में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी अनुज झा को शिकायती पत्र देकर ऐसा कार्य करवाने वाली महिला शिक्षिका पर कार्यवाही की मांग की है।
- दिए गए शिकायती पत्र में पीड़ित ने आरोप लगाया है कि सोहावल तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा पिलखांवा विद्यालय का है जहां की शशी पाण्डे नाम की एक अध्यापिका है जो छोटे-छोटे नौनिहालों से शौचालय साफ करवाती हैं। गांव के ही एक व्यक्ति राजकुमार के 3 बच्चे प्राथमिक विद्यालय पिलखाँवा में पढ़ रहे थे। और लगातार उन नौनिहालों से अनवरत मैडम जी शौचालय साफ करवाया करती थी। और बदले में ₹5 व चॉकलेट बच्चों को दे दिया करती थी यह सिलसिला लगातार चलता रहा एक दिन बच्चों के पिता ने अपने बच्चों से पूछा आखिर यह पैसा तुम लोगों के पास आता कहां से है। तब उन्होंने सारी हकीकत से अवगत कराया यह सुनते ही पिता के पैरों के नीचे जमीन खिसक गई।
- तत्काल उन्होंने अगले दिन अध्यापिका से शिकायत करते हुए कहा कि मैडम जी हमने अपने बच्चों को विद्यालय में पढ़ने के लिए भेजा है न कि शौचालय साफ करने के लिए जैसे ही उन्होंने इस बात को रखा मैडम जी भड़क गई। और उन्होनें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाला देते हुए बताया कि जब देश का प्रधानमंत्री झाड़ू लगा सकता है तब यह नौनिहाल क्यों नहीं।
- मैडम जी यही नही रुकी उन्होनें गुस्से में आकर उनके तीनों बच्चों का नाम काट कर विद्यालय से निष्कासित भी कर दिया गया है जिससे आहत होकर नौनिहालों के पिता राजकुमार ने 16 जुलाई मंगलवार को रूदौली तहसील में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में पहुंचकर जिलाधिकारी अनुज झा को शिकायती पत्र देकर पूरे मामले से अवगत कराते हुए देश के भविष्य से शौचालय साफ कराने वाली शिक्षिका पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।