सुल्तानपुर में गंगा दशहरा पर धोपाप में उमड़ा जनसैलाब, श्रद्धालुओं ने लगाई आदि मां गंगा गोमती में डुबकी।
सुल्तानपुर।
सुल्तानपुर जिले के लंभुआ तहसील क्षेत्र स्थित धोपाप धाम में गंगा दशहरा के अवसर पर रविवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। आदि गंगा गोमती नदी में स्नान, दान व पूजा-अर्चना कर सभी ने पुण्य अर्जित किया। प्रसिद्ध तीर्थस्थल धोपाप धाम में चप्पे चप्पे पर पुलिस मौजूद रही। पुलिस के जवान सिविल ड्रेस में भी मेले में मुस्तैद रहे।
लंभुआ तहसील क्षेत्र अंतर्गत तीर्थराज धोपाप धाम में भोर से ही श्रद्धालु आदि गंगा गोमती में आस्था की डुबकी लगाया। आदि गंगा गोमती में स्नान के बाद श्रद्धालु यहां पर गोदान करते हैं इसके बाद नदी के तट पर स्थित प्राचीन श्रीरामचंद्र के मंदिर में जाकर दर्शन पूजन किया। एक दिन पहले ही यहां भक्तों का डेरा जमाए गया था। मेले के लगभग 1 किलोमीटर पहले ही बैरीकेटिंग कर वाहनों को रोक दिया गया है। जगह-जगह स्टॉल लगाकर समाज सेवियों द्वारा आने वाले भक्तों को शरबत पिलाया जा रहा है प्रसाद वितरण किया जा रहा है।
लंभुआ के दियरा रोड से होकर भीड़ मेल स्थल पर पहुंची।
प्रभारी निरीक्षक अखंड देव मिश्र ने बताया कि मेले को सकुशल निपटाने के लिए पर्याप्त पुलिस बल, पीएसी, फायर टेंडर की व्यवस्था की गई। इसके अलावा घाट पर पर्याप्त स्थानीय गोताखोर भी लगाए गए। स्थानीय प्रशासन ने पूरे मेला क्षेत्र में ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था की है।
मंदिर पर मौजूद कंट्रोल सिस्टम से यह ध्वनि विस्तारक यंत्र समय-समय पर श्रद्धालुओं को सचेत करते रहे। इसके अलावा गोमती नदी के स्नान घाट, रास्ते व मंदिर परिसर में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पहले से लगे 18 कैमरों से अराजकतत्वों पर नजर रखी गई।
ऐसी मान्यता है कि रावण के वध के बाद भगवान श्री रामचंद्र जी को ब्रह्म हत्या का पाप लगा था अयोध्या लौटने के बाद गुरु वशिष्ठ की आज्ञा अनुसार, यहीं पर आकर अपना पाप धोए थे। ऐसा विश्वास है कि यहां स्नान करने से सारे पापों से मुक्ति मिलती है। इसी मान्यता अनुसार हजारों की संख्या में श्रद्धालु भर से ही आदि गंगा गोमती में स्नान कर भगवान श्री रामचंद्र जी का पूजन वंदन कर रहे हैं।