श्री राम अस्पताल में डॉक्टर लिख रहे बाहर की दवा, विरोध करने पर डॉक्टर ने दवा का नाम काटकर लिखी अंदर की दवा
अयोध्या :- अयोध्या के श्री राम अस्पताल में तैनात अधिकांश डॉक्टर मरीजों को बाहर की दवा और जांच लिख रहे हैं। जब कोई मरीज विरोध करता है तो उसे अंदर की दवा लिख देते है। मरीजों का आरोप है कि अस्पताल में दवा होने के बावजूद भी कमीशन के चक्कर में डॉक्टर अस्पताल के बाहर की महंगी दवा लिखते है।
रामकोट की रहने वाली आरती देवी मंगलवार को 12 वर्षीय बेटे हर्षवर्धन को लेकर इलाज के लिए श्री राम चिकित्सालय पहुंची। हर्षवर्धन को दो दिन से बुखार था। आरती देवी बताती है कि पर्चा लेने के बाद डॉक्टर के पास पर्चा जमा कराया। करीब एक घंटे के बाद बेटे का नाम पुकारा गया। डॉक्टर ने बेटे को देखने के बाद दवा लिखी। दवा काउंटर पर बताया गया यह दवाएं बाहर के मेडिकल स्टोर पर मिलेगी।
मेडिकल स्टोर संचालक ने दवा का बिल एक हजार रुपए बताया। आरती के पास पैसे नहीं थे। वह वापस आकर पूरी बात अपने पहचान के एक व्यक्ति को बताई। उसके विरोध के बाद डॉक्टर ने पर्चा से सभी दवाओं के नाम काटकर अंदर अस्पताल की निशुल्क दवा लिखी।
रायगंज के रहने वाले प्रदीप पिता अमरपाल को लेकर श्री राम अस्पताल में इलाज के लिए लाया। प्रदीप ने बताया कि पिता को चार दिन से बुखार और खांसी की शिकायत थी। अस्पताल में तैनात डॉक्टर ने पर्चा पर तत्काल जांच कराने के लिए लिखा। डॉक्टर के पास बैठे एक व्यक्ति ने उसे अस्पताल गेट स्थित एक पैथोलॉजी लैब ले गया। जहां उसने पूरे जांच के 3267 रुपए बताएं। प्रदीप ने आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टर कमीशन के चक्कर दलालों में मिलकर महंगे जांच लिखते है।
सीएमएस डॉ सत्येंद्र सिंह ने बताया कि मुझे शिकायत नहीं मिली है। अस्पताल में दवाओं की कमी नहीं है। एक सप्ताह पहले कुछ दवाएं नहीं थी। सोमवार को करीब 30 दवाएं आई है। अल्ट्रासाउंड के डॉक्टर नहीं है। बाकी सभी की जांच अस्पताल में ही होती है। मामले की जांच कराई जाएगी।