व्यापारी से छीनी गई रकम सहित आरोपी गिरफ्तार, साजिशकर्ता फरार।
अयोध्या।
अयोध्या जिले के कोतवाली रुदौली के भेलसर इलाके में सोमवार अपराह्न लखीमपुर के व्यापारी से हुई थी छिनैती में डीजीपी की नई नाकाबंदी योजना रंग लाई। कोतवाली रुदौली के भेलसर इलाके में सोमवार की अपराह्न लखीमपुर खीरी से ट्रैक्टर खरीदने आए व्यापारी से 4.30 लाख रुपए की छिनैती के बाद जिले भर में नाकाबंदी के दौरान दोनों आरोपियों को पूरी रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि मुख्य साजिशकर्ता पुलिस के हाथ नहीं लग सका।
कोतवाली रुदौली में पत्रकारों से बात करते हुए एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि सोमवार को कोतवाली रुदौली के भेलसर में स्थित एक ट्रैक्टर एजेंसी से पुराना ट्रैक्टर खरीदने के लिए खालिद (पुत्र) अजीज निवासी मोहल्ला पश्चिमी लखपेड़ा कस्बा, कोतवाली मोहम्मदी जनपद लखीमपुर आए थे। बस से उतरने के बाद जब वह लघुशंका कर रहे थे, इतने में बाइक सवार दो युवक उनका बैग छीनकर फरार हो गए थे। बैग में 4.30 लाख रुपए नकद रखे थे। बताया कि छिनैती की सूचना के बाद डीजीपी द्वारा लागू की गई नई नाकाबंदी योजना के अनुसार जिले भर की सीमा को सील कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई।
मंगलवार सुबह करीब 3:30 बजे भेलसर-टिकैत नगर मार्ग से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की पहचान असद निवासी ग्राम संमरवा व अक्षय कश्यप निवासी ग्राम अकबरपुर थाना मेतौली जिला लखीमपुर खीरी के रूप में हुई। इनके पास से छीनी गई शत प्रतिशत रकम व छिनैती में प्रयोग की गई बाइक बरामद हुई।
एसपी ग्रामीण ने बताया कि घटना का मुख्य साजिशकर्ता सूफियान पीड़ित खालिद के साथ ही भेलसर आया था। उसी ने ही दोनों आरोपियों को लखीमपुर खीरी से ही पीछे लगा रखा था। सूफियान खालिद की पल पल की सूचना दोनों को दे रहा था। लघुशंका करते समय सूफियान के इशारे पर दोनों रुपयों से भरा बैग छीनकर भाग निकले।
उन्होंने बताया कि वारदात के बाद सूफियान भाग निकला, उसकी तलाश की जा रही है। घटना का आवरण करने वाली रुदौली पुलिस व एंटी थेफ्ट पुलिस टीम को एसएसपी ने पुरस्कृत किया है। पत्रकार वार्ता के दौरान क्षेत्राधिकारी रुदौली आशीष निगम, कोतवाल संजय मौर्य, निरीक्षक अपराध शत्रुघन यादव, एंटी थेफ्ट प्रभारी रतन शर्मा मौजूद रहे।
अपराधियों पर नकेल कसने व कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए डीजीपी प्रशांत कुमार ने हॉटस्पॉट पर कम समय में ही कार्रवाई के लिए नाकाबंदी योजना बनाने के निर्देश दिए थे। इसके तहत अपराध होते ही शहर की सीमाएं सील कर दी जाती हैं, इसमें सभी थाना चैकी पुलिस के साथ यूपी 112 के पीआरवी वाहनों को भी शामिल करने के निर्देश दिए गए थे। नए बने मार्गों को भी नाकाबंदी योजना में शामिल करने के लिए कहा गया था। उनकी यह योजना इस वारदात में सटीक साबित हुई।