images 3 3 - प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व रात्रि में शीशम के पलंग पर शयन करेंगे श्रीरामलला, 21 जनवरी की रात में संपन्न होगा शैय्याधिवास।

प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व रात्रि में शीशम के पलंग पर शयन करेंगे श्रीरामलला, 21 जनवरी की रात में संपन्न होगा शैय्याधिवास।

अयोध्या उत्तर प्रदेश
प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व रात्रि में शीशम के पलंग पर शयन करेंगे श्रीरामलला, 21 जनवरी की रात में संपन्न होगा शैय्याधिवास।

images 3 3 - प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व रात्रि में शीशम के पलंग पर शयन करेंगे श्रीरामलला, 21 जनवरी की रात में संपन्न होगा शैय्याधिवास।

अयोध्या।

अयोध्या श्रीराम नगरी श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के पहले विधिवत पूजन अर्चन करने की तैयारी हो रही है। उनके विग्रह की जीवन कारक द्रव्यों के अलावा शैय्या अधिवास की विशेष योजना है। इस प्रक्रिया में श्रीरामलला को शीशम केे नवनिर्मित पलंग पर शयन कराया जाएगा। ट्रस्ट ने इस पलंग को अयोध्या में ही निर्मित कराया है। इसके अलावा भगवान के लिए गद्दा, रजाई, चादर व तकिया भी खरीदे गए हैं। वस्त्र भी तैयार हैं।

इसी अधिवास के दौरान कुश से भगवान के ह्दय काे स्पर्श कर न्यास वाचन कर संबंधित पूजन प्रक्रिया भी संपन्न कराई जाती है। बाद में सुबह उन्हें विधिवत जागरण कराने के बाद सिंहासन पर प्रतिष्ठित किया जाता है। शैय्या अधिवास 21 जनवरी को रात्रि में होगा। 22 को मध्य दिवस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में प्राण प्रतिष्ठा होगी।

 वाराणसी से आए वैदिक आचार्यों के अनुसार सिंहासन (आसन) पर पहले कूर्म शिला व स्वर्ण से निर्मित कच्छप़़, ब्रहा शिला का भी अधिवास होता है। तीन पिंडिका भी रखी जाएंगी। आचार्यों के अनुसार इसके अलावा भगवान के आसन के ठीक नीचे श्रीराम यंत्र की प्रतिष्ठा की जाएगी, जिस तरह भूमि पूजन में पांच शिलाओं के साथ अलग- अलग द्रव्य रखे जाते हैं, उसी तरह श्रीरामलला के आसन का भी पूजन किया जाएगा।

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