इलाकाई सियासत के स्तंभ के तौर पर स्थापित और तीन बार जिला की बीकापुर सीट से 1977, 1989,1991 में विधायक संत श्री राम द्विवेदी की नौवीं पुण्यतिथि श्रद्धा पूर्वक मनाई गई। प्रेस क्लब में उन्हें याद करते हुए सपा के प्रदेश सचिव पूर्व विधायक एवं समाजवादी विचारक जय शंकर पांडे ने कहा उन जैसे निर्भीक राजनीतिक शख्सियत की याद जीवंत रखना लोकतंत्र की रक्षा के लिए परम आवश्यक है।
आज की युवा राजनेताओं के लिए संत का चरित्र अत्यंत आवश्यक है। ऐसे में उनकी अधिकाधिक व्याख्या होनी चाहिए । एक अन्य पूर्व विधायक माधव प्रसाद ने कहा कि संत नेता नहीं थे वह नेता बनाते थे जात-पात से ऊपर थे और हम सब उन्हीं की राजनीतिक पाठशाला से हैं।
शहीद शोध संस्थान के निदेशक सूर्यकांत पांडे ने कहा संत जी बहादुर एवं निर्भीक नेता थे और अत्याचार के प्रति इतने सख्त थे कि उनके सामने बड़े-बड़े अधिकारी भी डरते थे। कार्यक्रम की शुरुआत उनकी धर्मपत्नी लीलावती द्विवेदी ने उनके चित्र पर पुष्प चढ़ाकर की ।कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप में जयशंकर पांडेय, गंगाधर दुबे,प्रकाश गुप्ता आदि थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्ण कुमार तिवारी ने किया। प्रमुख लोगों में कांग्रेस जिलाध्यक्ष,रामदास वर्मा,दुर्गा प्रसाद पांडेय, के के चौबे,डॉ सत्येंद्र नाथ त्रिपाठी ,माता प्रसाद तिवारी, पूर्व विधायक मथुरा प्रशाद तिवारी, सुरेश पाठक, प्रकाश गुप्ता, वेद प्रकाश राजपाल, माधव प्रसाद, आदि ने अपने विचार व्यक्त किया।
उनके पौत्र राजर्षि द्विवेदी ने कहा कि बाबा जी दलगत विचारधारा से ऊपर उठकर लोक कल्याण की भावना से हर वर्ग के लोगो के लिये संघर्ष किया। तथा अंत मे आभार महर्षि द्विवेदी राम ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम का द्वितीय चरण वृक्षारोपण का था इस क्रम में पुत्र आनंद कुमार द्विवेदी के संयोजन में बीकापुर स्थित पैतृक गांव में पाकड़ ,पीपल परिजातआदि का पौधा रोपण किया गया। तथा श्रद्धांजलि के क्रम में देवर्षि द्विवेदी के नेतृत्व में युवाओं की टोली ने संख्या में रक्तदान किया।