धरती के नजदीक आ रहा विशालकाय धूमकेतु : सिर्फ 12 दिन बचे हैं.
आज से 12 दिन बाद धरती की तरफ धीरे-धीरे एक बहुत बड़ा धूमकेतु जिसे पहली बार 2017 में सौरमंडल के बाहर देखा गया था |6 साल की यात्रा करने के बाद वाह धूमकेतु अब 14 जुलाई 2022 को धरती के नजदीक पहुंचेगा आइए जानते हैं कि इससे पृथ्वी को किस प्रकार की कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है|
साल 2017 में एक विशालकाय धूमकेतु सौरमंडल के बाहर खोजा गया था तब से अब तक वह सिर्फ सौर मंडल में आता जा रहा है 12 दिन बचे हैं जब वह धूमकेतु धरती के नजदीक आ जाएगा या धूमकेतु हमारी पृथ्वी के बेहद नजदीक आ जाएगा| इसका नाम है कॉमेट सी/2017 के2 (पैनस्टार्स) (Comet C/2017 K2, PANSTARRS). आम भाषा में इसे K2 धूमकेतु बुलाते हैं.
k2 धूमकेतु को साल 2017 में हबल स्पेस टेलीस्कोप ने खोजा था तब यह हमारे सौरमंडल के बाहरी छोर पर था उस समय माना गया गया था कि यह सब से दूर खोजा गया धूमकेतु है इसने मेगाकॉमेट बर्नाडिनेली-बर्नस्टीन (Comet Bernardinelli-Bernstein) की दूरी को पिछली साल ही पार किया था | यह धरती से 27 करोड़ किलोमीटर दूर से निकलेगा एनी धरती को इससे कोई खतरा नहीं है लेकिन अंतरिक्ष विज्ञानियों के लिए यह हैरतअंगेज नजारा होगा |
पिछले 6 सालों से या धूमकेतु लगातार धीरे-धीरे धरती को और बढ़ता चला रहा है आमतौर पर धूमकेतु जमी हुई गैस पत्थर और धूल का गुच्छा होता है जब यह सूरज के नजदीक पहुंचता है तो गर्मी से पिघलने लगता है इसके इसलिए इसकी पीछे रंग सफेद की पूछ दिखाई देती है जमी हुई बर्फ और गैस पूछ जैसी दिखती है धूमकेतु के चारों ओर एक बादल सा बना होता है जिसे कोमा कहते हैं हैरान बात यह है. कि k2 तक सक्रिय है जब वह खोजा गया था उसमें व शनि ग्रह है और यूरेनस के आसपास की कक्षा में था तब सूरज से उसकी दूरी 240 करोड़ किलोमीटर थी यानी सूरज और धरती के 20 से 16 गुना ज्यादा दूरी शुरुआती जांच में पता चला कि इस धूमकेतु का बहुत बड़ा था इसकी स्टडी के लिए कनाडा फ्रॉम हाई टेलीस्कोप की मदद ली गई थी धूमकेतु पुलिस की चौड़ाई 30 से 160 किलोमीटर के बीच हो सकती है जबकि टेलिस्कोप चौड़ाई किलोमीटर है धरती के नजदीक आ जाएगा | तब विज्ञानियों पता लगाने में मदद मिलेगी साथ ही साथ ही यह 19 दिसंबर तक धरती पर मौजूद टेलिस्कोप की नजर में रहेगा, जब तक यह सूरज के पीछे छिप नहीं जाता |