दिसंबर 2024 तक पूरा तैयार हो जायेगा राम मंदिर, निर्माण समिति की बैठक में समय सीमा तय।
अयोध्या।
अयोध्या श्रीराम नगरी में चल रहे श्रीराममंदिर निर्माण कार्य दिसंबर-2024 तक पूरा बनकर तैयार हो जाएगा। मंदिर और परकोटे के निर्माण संबंधित समस्त कार्य पूरे कर लिए जाएगा। परकोटे के निर्माण का कार्य को प्रारंभ करने में अभी चार दिन और लगेंगे। प्रथम तल पर लगाए की खम्भों में भी मूर्तियों को उकेरे जाने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। वहीं यात्री सुविधा केंद्र और परिसर में फैले सड़कों के जाल को भी जून तक पूरा कर लिया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में मंगलवार को पहले दिन निर्माण कार्यों में गति देने पर मंथन किया गया। समीक्षा बैठक में राम मंदिर के सभी कार्यों को दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक से पहले मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने दर्शन के लिए कई व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। बैठक में अलग-अलग कार्यों को क्रम के अनुसार आगे बढांने और समय से पूरा करने के लिए समय सीमा तय की गई है।
डॉ. मिश्र ने बताया कि बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय समेत कार्यदाई संस्था के इंजीनियर भी मौजूद रहे।
श्रीराम जन्मभूमि पथ पर 7 जगह पर लगाएं जाएंगे एलईडी स्क्रीन श्रीराम मंदिर में आने वाले श्रद्धालु को जन्मभूमि पथ से ही श्रीरामलला को भी देख सकेंगे। इसके लिए ट्रस्ट की ओर से जन्मभूमि पथ पर सुग्रीव किला से लेकर सुरक्षा प्वॉइंट तक और यात्री सुविधा केंद्र में एलईडी स्क्रीन लगाए जाएंगे। ट्रस्ट सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि मंगलवार की बैठक में इसको लेकर मंथन किया गया। जल्दी ही सात स्थान पर एलईडी स्क्रीन लगाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। दर्शन मार्ग पर सात एलइडी लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।
मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही राम जन्मभूमि परिसर में आने वाली श्रद्धालुओं की सुविधाओं को भी बढ़ाये जाने का कार्य शुरू कर दिया गया। राम जन्मभूमि मंदिर तक जाने के लिए सुग्रीव क्लासिक मंदिर तक जूट के कारपेट बिछाये जा रहे हैं। जगह-जगह पर पानी की समुचित व्यवस्था भी की जा रही है। ट्रस्ट सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 121 स्थानों पर पानी की टोटियां लगाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि राम जन्मभूमि दर्शन मार्ग पर भक्तों के लिए सुविधाएं बढ़ाने पर चर्चा हुई है।