डेढ़ माह पहले सूरत में हुई रेल दुर्घटना में पति की मौत के सदमे को लेकर अवसाद ग्रस्त महिला ने अपने घर में कमरे के अंदर गले में साड़ी का फंदा डाल कर अपनी जीवन ली समाप्त कर ली जिसके कारण तीन अबोध बच्चों के सर से माता पिता का साया समाप्त हो गया।
खण्डासा थाना क्षेत्र के कोटिया पूरे सुगंध निवासी शिवशंकर शुक्ल 28 वर्ष की 22 मई को सूरत शहर में रेल से कट कर मौत हो गई थी वह गर्मी की छुट्टी पर घर आ रहा था और मृत्यु के थोड़ी देर पहले फोन पर परिवार से बात भी की थी लेकिन घर पहुंचने के पहले ही पैर फिसल जाने के कारण रेल के नीचे आने से उसकी मौत हो गई थी।
जिसके कारण उसकी पत्नी किरन 25 वर्ष अवसाद में रहने लगी पति के मौत के बाद गुमसुम रहने वाली किरन ने रविवार 7 जुलाई को दिन में तीन बजे के लगभग अपने कमरे में कुंडी डालकर साड़ी से गले में फंदा डाल कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
मृतका के तीन छोटे छोटे बच्चे हैं जिसमें सबसे छोटा बच्चा अमन अभी चार माह का ही है नैंसी 6 वर्लेष और प्रतिज्ञा 4 वर्ष की है। इन बच्चों को नहीं पता कि उसके सर से मां बाप का सहारा उठ चुका है।
मृतका के पिता शिवभूषण मिश्रा निवासी करना जगदीशपुर अमेठी बच्चों को साथ ले जाने की बात करते हुए फफक फफक कर रोने लगते हैं।
तो वही मृतका केे ससुर राजेश शुक्ला भी बच्चों की देखभाल की बात पर सिसकियां भरते हुए ईश्वर पर सब छोडने की बात करते हैं। घटना के बाद पूरे गाँव में मातमी सन्नाटा पसरा है। और लोग सदमे में है।
मृतका के मायके के लोग भी पहुँच चुके हैं और वे भी अवसाद से मौत की बात कर रहे हैं। मृतका पति तीन भाई थे और सब मेहनत मजदूरी से परिवार चलाते हैं।
थाना अध्यक्ष खण्डासा आर के राणा ने बताया कि शव का पंचनामा कराया जा रहा है। किसी भी पक्ष से कोई तहरीर अब तक नहीं मिली है