कस्तूरबा स्कूल के निर्माण में अनियमितता, जांच को पहुंची तीन सदस्यों की टीम, टेस्टिंग के लिए भेजे गए सैंपल।
सुल्तानपुर।
सुल्तानपुर जिले के राजकीय कस्तूरबा बालिका विद्यालय अमरुपुर में निर्माणाधीन आवासीय भवन में घटिया सामग्री के इस्तेमाल की शिकायत पर प्रशासन ने गंभीरता दिखाई है। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया, जिसमें यूपीपीसीएल के अवर अभियंता रोहित सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी अरविंद यादव और जिला समन्वयक ममता कौर शामिल रहे।
जांच टीम ने गांव पहुंचकर निर्माणाधीन भवन की जांच की और उपयोग की जा रही सामग्रियों के सैंपल लैब टेस्टिंग के लिए भेजे। ग्राम प्रधान दिनेश चंद्र की मौजूदगी में यह जांच संपन्न हुई। प्राथमिक जांच में यह पाया गया कि निर्माण कार्य में पुरानी पीली ईंटों और देशी सफेद बालू का इस्तेमाल किया गया है। टाइल्स और पत्थर लगाने के लिए भी सफेद बालू का प्रयोग किया जा रहा था। भवन की दीवारों में पहले से ही दरारें आ गई हैं और नीचे की दीवारों का प्लास्टर उखड़ने लगा है। किचन पोर्च का ढांचा भी कमजोर पाया गया, जो अभी से लटकने लगा है। वहीं, ठेकेदार ने जल्दी काम खत्म करने के लिए रंगाई-पुताई शुरू कर दी है ताकि निर्माण में मौजूद खामियां छुपाई जा सकें।
ग्राम प्रधान दिनेश चंद्र यादव ने घटिया निर्माण की शिकायत की थी, जिसके बाद ठेकेदार ने उन्हें उनके विकास कार्यों की जांच कराने की धमकी दी। प्रधान और स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह भवन नौनिहालों के भविष्य के लिए बनाया जा रहा है, लेकिन गुणवत्ता में समझौता होने से गंभीर हादसों की आशंका है।
अवर अभियंता रोहित सिंह ने कहा कि शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है। सामग्रियों का सैंपल लैब टेस्टिंग के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि भवन निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए और दोषी ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई हो। उनका कहना है कि बच्चों के भविष्य और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।